तमिलनाडु ट्रेन हादसा: यात्री ट्रेन की मालगाड़ी से टक्कर, 19 घायल
तमिलनाडु के कावरापेट्टई में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है, जिसमें मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस ट्रेन की एक स्थिर मालगाड़ी से टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में 19 यात्री घायल हो गए हैं, लेकिन सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई है। हादसा तब हुआ जब ट्रेन ने पोननेरी स्टेशन पार किया और लूप लाइन में प्रवेश करते समय भारी झटका महसूस हुआ। इसके बाद ट्रेन स्थिर मालगाड़ी से टकरा गई।
हादसे के बाद ट्रेन की छह बोगियां पटरी से उतरीं
घटना के तुरंत बाद, ट्रेन की कम से कम छह बोगियां पटरी से उतर गईं। इसके अलावा, पुलिस के अनुसार एक बोगी के पास आग लग गई, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव दल चेन्नई से मौके पर भेजे गए, जिनमें रेलवे और सरकारी अधिकारियों की टीम शामिल थी।
घायलों की स्थिति
तमिलनाडु के मंत्री एस एम नासर ने बताया कि इस हादसे में 19 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से तीन लोगों को फ्रैक्चर है, जबकि बाकी 16 लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और उनका इलाज चल रहा है।
रेलवे की हेल्पलाइन और राहत कार्य
इस गंभीर दुर्घटना के बाद भारतीय रेलवे ने चेन्नई डिवीजन में हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि यात्री और उनके परिवार के लोग मदद ले सकें। जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर हैं:
- चेन्नई डिवीजन: 04425354151, 04424354995
- कर्नाटक रेलवे पुलिस ने भी अपने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- 9731143981 (मैसूर कंट्रोल रूम)
- 0821-2422400 (मैसूर जंक्शन)
इस हादसे के कारण कुछ ट्रेनों को दूसरे रास्तों पर भेजा गया है, जिनमें निम्नलिखित ट्रेनें शामिल हैं:
- 12621 चेन्नई नई दिल्ली एक्सप्रेस
- 13352 अल्लेप्पी धनबाद एक्सप्रेस
- 18190 एर्नाकुलम टाटा एक्सप्रेस
- 12664 तिरुचिरापल्ली हावड़ा एक्सप्रेस
- 07696 रामागुंडम सिकंदराबाद स्पेशल ट्रेन
- 06063 कोयंबटूर धनबाद एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन
- 13351 धनबाद अलाप्पुझा एक्सप्रेस
- 02122 जबलपुर मदुरै एक्सप्रेस
हादसे के बाद रेल सेवाओं पर असर
ट्रेन हादसे के बाद रेल सेवाओं पर असर पड़ा है और कई ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं, और रेलवे ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
तमिलनाडु के कावरापेट्टई में हुआ यह हादसा एक बार फिर से रेलवे सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि रेलवे और सरकार की टीम मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों में जुटी है, लेकिन यह घटना भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए रेल विभाग की कार्यप्रणाली की समीक्षा की जरूरत को इंगित करती है।
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